सवाल इसलिए ज्यादा उठ रहे क्योंकि भारत ने फरवरी 2023 में तुर्की और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप के बाद ‘ऑपरेशन दोस्त’ के तहत राहत सामग्री भेजी थी. इंडियन एयरफोर्स के C-17 ग्लोबमास्टर विमानों के जरिये यह राहत सामग्री दिल्ली से तुर्की के अदाना एयरपोर्ट तक पहुंचाई गई थी. इसमें एनडीआरएफ की स्पेशल टीम, मेडिकल फैसिलिटी, ड्रिलिंग मशीनें और अन्य उपकरण शामिल थे. सोशल मीडया यूजर्स इसी पर सवाल कर रहे हैं कि जब उतनी दूर भेज सकते थे तो पड़ोसी देश में भेजने में क्या दिक्कत?
पहली राहत सामग्री 1 सितंबर को भेजी गई. विदेश मंत्री ने बताया कि भारत ने आज काबुल में 1000 परिवारों के लिए तंबू पहुंचाए हैं. इसके अलावा 15 टन खाद्य सामग्री भी भारतीय मिशन द्वारा काबुल से कुनार के लिए तुरंत भेजी जा रही है. भारत से और राहत सामग्री कल से भेजनी शुरू की जाएगी. इस कठिन समय में भारत अफगानिस्तान के साथ खड़ा है. इसमें तो साफ है कि राहत सामग्री काबुल भेजी गई है.
दूसरी राहत सामग्री 2 सितंबर को भेजी गई. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक्स पर लिखा, हवाई मार्ग से राहत सामग्री काबुल पहुंची. उन्होंने लिखा, आज 21 टन राहत सामग्री काबुल एयरलिफ्ट की गई, जिसमें कंबल, तंबू, हाइजीन किट, पानी स्टोरेज टैंक, जनरेटर, रसोई के बर्तन, पोर्टेबल वॉटर प्यूरीफायर, स्लीपिंग बैग, जरूरी दवाइयां, व्हीलचेयर, हैंड सैनिटाइजर, पानी शुद्ध करने की गोलियां, ओआरएस घोल और अन्य चिकित्सीय सामग्री शामिल हैं. भारत जमीनी हालात पर नजर बनाए रखेगा और आने वाले दिनों में और मानवीय सहायता भेजता रहेगा.
पड़ताल में क्या पता चला
न्यूज18 इंडिया की पड़ताल में पता चला कि राहत सामग्री भारत से भेजी गई थी. इसे कैम एयरलाइंस के विमान से काबुल भेजा गया. जो तस्वीर विदेशमंत्री एस जयशंकर ने पोस्ट की है, उसमें भी आप कैम एयरलाइंंस का विमान देख सकते हैं. इससे यह तो साफ हो गया कि राहत सामग्री भारत से भी भेजी गई.
Indian earthquake assistance reaches Kabul by air.
21 tonnes of relief materials including blankets, tents, hygiene kits, water storage tanks, generators, kitchen utensils, portable water purifiers, sleeping bags, essential medicines, wheelchairs, hand sanitizers, water… pic.twitter.com/q8TUb1wbSn