‘अशोक चिह्न लगाने की क्या मजबूरी…’ हजरतबल दरगाह बवाल पर बोले उमर अब्दुल्ला, महबूबा ने मिलाया सुर-ताल


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Hazratbal Shrine National Emblem Row: श्रीनगर की हज़रतबल दरगाह में अशोक चिह्न तोड़े जाने पर कविंद्र गुप्ता और दरख़्शां अंद्राबी ने कड़ी कार्रवाई की मांग की. वहीं मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती ने उन…और पढ़ें

श्रीनगर में हजरतबल दरगाह में अशोक चिह्न को उपद्रवियों ने पत्थर मारकर तोड़ डाला.
जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में हजरतबल दरगाह में अशोक चिह्न को लेकर कट्टरपंथियों ने जमकर बवाल काटा. कट्टरपंथियों की भीड़ ने दरगाह की उद्घाटन पट्टिका में लगे अशोक चिह्न को पत्थर मार मार कर तोड़ डाला. इस घटना पर राज्य के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सवाल उठाते हुए कहा, ‘उस पत्थर पर राष्ट्र चिह्न लगाना चाहिए था या नहीं पहले वो सवाल बनता है. मजहबी चीज में अशोक चिह्न लगाने की क्या मजबूरी बनी थी.’ इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पत्थर लगाने की जरूरत ही नहीं थी.

वहीं विपक्षी पीडीपी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने भी उमर वाली लाइन लेते हुए कहा कि ‘गुस्ताखी की जाएगी तो लाजमी है कि हमें गुस्सा आता है. भावनाए उमड़ जाती हैं.’ पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा, ‘…जिन लोगों ने भावनाओं में बहकर तोड़फोड़ की और वे प्रतीक के खिलाफ नहीं हैं… यह कहना सही नहीं है कि इन लोगों को सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया जाना चाहिए और वे आतंकवादी हैं… जिम्मेदार लोगों, विशेष रूप से अवाक्फ बोर्ड के खिलाफ धारा 295-ए के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए…, क्योंकि यह हमारे लिए कुफ्र (पाप) है…’





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