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darbhanga local news: ग्रहण के दौरान कुछ विशेष सावधानियां बरतनी चाहिए. गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान बाहर नहीं निकलना चाहिए और उन्हें अपने गर्भ की सुरक्षा के लिए विशेष ध्यान रखना चाहिए. इसके अलावा….
चंद्र ग्रहण की तिथि और समय
इस वर्ष का चंद्र ग्रहण 7 सितंबर 2025 को लगने वाला है . ज्योतिषाचार्य डॉक्टर कुणाल कुमार झा के अनुसार, यह ग्रहण कुंभ राशि में चंद्रमा होने के कारण मिथिला में खासकर के चंद्र ग्रहण स्पर्श रात्रि में 9:58 के बाद होगा और रात्रि के 1:26 बजे के बाद मुक्ति की प्राप्ति होगी .
ग्रहण के समय में स्नान का विशेष महत्व है . ग्रहण लगने से पूर्व स्नान करना चाहिए और चंगा तीर्थ क्षेत्र में स्नान करने का मोक्ष के लिए उत्तम प्रकार का योग बनता है . ग्रहण के मध्य में देवार्चन, अपने इष्ट मित्रों का सिद्धि और पूजा अर्चना करनी चाहिए . मोक्ष के बाद पुनः स्नान का महत्व है और उसके बाद दान करने का विशेष महत्व है.
चंद्र ग्रहण के दौरान क्या न करें?
ग्रहण के दौरान कुछ विशेष सावधानियां बरतनी चाहिए. गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान बाहर नहीं निकलना चाहिए और उन्हें अपने गर्भ की सुरक्षा के लिए विशेष ध्यान रखना चाहिए. इसके अलावा, ग्रहण के दौरान भोजन नहीं करना चाहिए और न ही कोई नया काम शुरू करना चाहिए.
ग्रहण के बाद क्या करें?
ग्रहण के बाद पुनः स्नान करना चाहिए और दान करना चाहिए . इससे ग्रह दोष से मुक्ति मिलती है और व्यक्ति को पुण्य की प्राप्ति होती है. ग्रहण के बाद अपने इष्ट मित्रों और परिवार के सदस्यों के साथ समय बिताना चाहिए और उनके साथ भोजन करना चाहिए. चंद्र ग्रहण एक महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना है जो हमारे जीवन पर प्रभाव डालती है. ग्रहण के दौरान कुछ विशेष सावधानियां बरतनी चाहिए और ग्रहण के बाद दान और स्नान करना चाहिए. इससे ग्रह दोष से मुक्ति मिलती है और व्यक्ति को पुण्य की प्राप्ति होती है.