मिशन इंद्रधनुष से ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण में बढ़ोतरी, बच्चों- गर्भवती महिलाओं को मिल रही 12 बीमारियों से सुरक्षा


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Barabanki News: मिशन इंद्रधनुष अभियान के अंतर्गत 5 वर्ष तक के बच्चों को बीसीजी,ओ बी पी,पेंटावेलेंट रोटावायरस,मोजेल्स,रूबेला,विटामीन ए, पीसीबी का टीका सहित कुल 12 टीके लगाए जाएंगे.

केंद्र सरकार ने 25 दिसंबर 2014 को मिशन इंद्रधनुष की शुरुआत की. इसका उद्देश्य सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम के तहत टीकाकरण कवरेज में सुधार करना और कम कवरेज वाले क्षेत्रों में बच्चों और गर्भवती महिलाओं को टीका लगाकर जानलेवा बीमारियों से बचाना है. यह एक विशेष कैच-अप अभियान है जो उन लाभार्थियों तक पहुँचता है जो नियमित टीकाकरण से चूक गए हैं. इसमें 12 टीके शामिल हैं जो कई गंभीर बीमारियों से बचाते हैं. इस मिशन ने टीकाकरण कवरेज को बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया.

इस अभियान के तहत ग्रामीण व शहरी मलिन बस्तियों, ईट भट्टे निर्माण स्थल प्रवासी मजदूर व तराई क्षेत्र के रहने वाले लोगो  पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. उनका सर्वे कराकर छूटे हुए बच्चे एवं गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण कराया जा रहा है. मिशन इंद्रधनुष अभियान के अंतर्गत 5 वर्ष तक के बच्चों को बीसीजी,ओ बी पी,पेंटावेलेंट रोटावायरस,मोजेल्स,रूबेला,विटामीन ए, पीसीबी का टीका सहित कुल 12 टीके लगाए जाएंगे.

बच्चों को लग रहे टीके
बाराबंकी जिले मे मिशन इंद्रधनुष स्कीम की सराहना करते हुव लाभर्थियों ने कहा की मिशन इंद्रधनुष स्कीम केंद्र सरकार की बहुत ही महत्वपूर्ण स्कीम हैं. इस योजना के तहत स्वास्थ्य विभाग की आशा बहू और एएनएम हमारे क्षेत्रों में टीकाकरण से छूटे हुए बच्चों का चिन्हिकरण करती हैं. उनको टीका लगवाने में बहुत मदद करती है, मिशन इंद्रधनुष स्कीम गरीबों के लिए बहुत लाभकारी है. हमारे गांव क्षेत्र में टीका लगवाने कोई पहुंच नहीं पता था. जब से मोदी जी ने योजना चलाई है.एएनएम आशा बहुवे हमारे घर-घर आकर हमारे बच्चों को टीका लगाती हैं.

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घर-घर पहुंचकर बच्चों और गर्भवती महिलाओं को मिल रहा जीवनरक्षक टीका



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