Punjab flood | Punjab flood Relief | Sukhbir Singh Badal flood relief | पंजाब बाढ़ राहत में सुखबीर सिंह बादल ने नकद और डीज़ल वितरित किए.


पंजाब इन दिनों बेहद भीषण बाढ़ से जूझ रहा है. लाखों लोग अपने घरों को छोड़कर आश्रय स्थलों में रहने को मजबूर हैं. इस बीच तमाम तरफ से उनकी मदद के लिए भी हाथ आगे बढ़ रहे हैं. इसी कड़ी में शिरोमणि अकाली दल (SAD) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल भी आगे आए हैं. उन्होंने शुक्रवार को पटियाला जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों में गांव कमेटियों को नकद राशि और डीज़ल वितरित किया. उन्होंने कहा कि मौजूदा हालात में लोगों को सबसे ज्यादा ज़रूरत ट्रैक्टर और नाव चलाने के लिए डीज़ल तथा बांधों को मजबूत करने के लिए नकद धन की है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, शुक्रवार को शुत्राणा, लेहरा और मूनक विधानसभा क्षेत्रों के गांवों में बादल ने 10 लाख रुपये नकद और 20,000 लीटर से अधिक डीज़ल वितरित किया. उन्होंने कहा कि अगर सरकार समय पर संसाधन उपलब्ध कराती, तो नकद रुपये देने की ज़रूरत नहीं पड़ती. उनके अनुसार, ‘लंगर और राशन की कोई कमी नहीं है, क्योंकि गुरुद्वारे और समुदाय इस काम को बखूबी संभाल रहे हैं. असल ज़रूरत डीज़ल और नकद की है ताकि ट्रैक्टर और नावों के ज़रिये मिट्टी, पत्थर और लोहे की जालियां लाई जा सकें और बांधों को मज़बूत किया जा सके.’

इससे एक दिन पहले गुरुवार को उन्होंने पटियाला और संगरूर ज़िलों का दौरा किया था, जहां उन्होंने स्थानीय समितियों को 3 लाख रुपये नकद और 9,000 लीटर डीज़ल दिया. लेहरा के मकड़ोर साहिब में उन्होंने 1 लाख रुपये और 2,000 लीटर डीज़ल वितरित किया, जबकि मूनक में उन्होंने 2 लाख रुपये और 2,000 लीटर डीज़ल दिया.

रूपनगर के चमकौर साहिब में बादल खुद ट्रैक्टर चलाकर धुस्सी बांध तक पहुंचे. सरंगपुर फस्से में उन्होंने 2 लाख रुपये, दाउदपुर में 2 लाख रुपये और 1,000 लीटर डीज़ल दिया और 5,000 लीटर और जल्द उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि 500 अकाली कार्यकर्ता गांववासियों की मदद के लिए बांध मज़बूत करने के काम में लगाए जाएंगे.

दो दिन में बांटे 20 लाख नकद, 60 हजार लीटर डीजल

केवल दो दिनों में उन्होंने 20 लाख रुपये नकद और 60,000 लीटर से अधिक डीज़ल बाढ़ प्रभावित इलाकों में वितरित किया. इसके अलावा, बलाचौर विधानसभा क्षेत्र से वीडियो अपील मिलने पर अकाली कार्यकर्ताओं ने तुरंत 1,000 लीटर डीज़ल, ट्रैक्टर और अर्थमूवर भेजकर सतलुज के तटबंध मज़बूत करने का कार्य शुरू किया.

किसानों के साथ बातचीत में बादल ने कहा कि पटियाला और संगरूर के सैकड़ों गांवों को बचाने का एकमात्र समाधान घग्गर नदी की चैनलाइजेशन है. इसके लिए पक्के तटबंध बनाने की ज़रूरत है. उन्होंने दावा किया कि अकाली सरकार ने पहले चरण में खानाौरी से मकड़ोर साहिब तक का काम पूरा कर लिया था और अगर SAD सत्ता में आई तो दूसरा चरण प्राथमिकता पर लिया जाएगा.

AAP-कांग्रेस पर साधा निशाना

उन्होंने कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) सरकारों पर भी निशाना साधा और कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अब तक राज्य या केंद्र सरकार ने किसानों के लिए कोई राहत पैकेज घोषित नहीं किया है. शुत्राणा में किसानों ने बादल से कहा कि AAP सरकार ने उनकी मुश्किलें और बढ़ा दीं क्योंकि उन्हें घग्गर से मिट्टी निकालकर बांध मजबूत करने की अनुमति तक नहीं दी गई.

ग्रामीणों ने उन पर भरोसा जताते हुए ‘सुखबीर सिंह बादल ज़िंदाबाद’ और ‘किसानां दी सरकार फिर आवेगी’ के नारे लगाए. इस मौके पर बादल ने लोगों से ‘चढ़दी कला’ में रहने की अपील की और कहा कि SAD कार्यकर्ता न सिर्फ तटबंधों को मज़बूत करने में बल्कि बाढ़ का पानी उतरने के बाद खेतों से रेत हटाने में भी किसानों की मदद करेंगे.



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