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डकवर्थ लुईस नियम को लिमिटेड ओवर्स की क्रिकेट में लागू किया जाता है. यह नियम उस समय लागू होता है जब बारिश की वजह से मैच बाधित होता है. बारिश रुकने के बाद चेज कर रही टीम को संशोधित लक्ष्य दिया जाता है. अगर लक्ष्य…और पढ़ें
डकवर्थ लुईस नियम क्रिकेट में लागू किया जाता है.
हाइलाइट्स
- डकवर्थ लुईस नियम से हार जीत का फैसला होता है
- बारिश के बाद इस नियम को मैच में किया जाता है लागू
- साल 1997 में पहली बार इंटरनेशनल क्रिकेट में इसे लागू किया गया
नई दिल्ली. डकवर्थ लुईस नियम से क्रिकेट फैंस अच्छी तरह वाकिफ हैं. लिमटेड ओवर क्रिकेट (वनडे, टी20) में इस नियम को रिजल्ट निकालने के लिए लागू किया जाता है. बारिश की वजह से जब मैच में खलल पड़ता है तब इस नियम को इस्तेमाल में लाया जाता है. इस नियम के तहत बारिश के बाद बचे हुए समय में लक्ष्य का पीछा कर रही टीम को संशोधित टारगेट दिया जाता है. नियम को लागू करते समय चेज कर रही टीम के बचे हुए विकेट और बचे हुए ओवर दोनो को ध्यान में रखा जाता है. कम ओवर में नया लक्ष्य कैसे तय किया जाता है, इसके पीछे एक मैथमेटिकल फॉर्मूला है. हालांकि इसके तहत आने वाले नतीजों को लेकर हमेशा से आलोचना होती रही है.
इंग्लैंड के स्टेटिक्स फ्रैंक डकवर्थ और टोनी लुईस ने इसे तैयार किया था. साल 1997 में पहली बार डकवर्थ लुईस का नियम इस्तेमाल में आया. इसके बाद 2015 वर्ल्डकप में ऑस्ट्रेलियाई अकादमिक स्टीव स्टर्न ने इस फॉर्मूले में कुछ अपडेट किया और उनका नाम भी इसमें जुड़ गया.इस नियम को लागू करने के लिए विकेट और ओवर को रिसोर्स माना जाता है. पारी की शुरुआत में टीमों के पास दोनों रिसोर्स सौ फीसदी होते हैं. जब यह फॉर्मूला लागू किया जाता है तब यह देखा जाता है कि बारिश से बाधित मैच में किस टीम ने अपना कितना रिसोर्स खर्च किया है. एक ओवर या एक विकेट को पर्सेंटेज में बदलने के लिए लिमिटे ओवर क्रिकेट के स्कोरिंग पैटर्न को पढ़ा जाता है.
ये है मैथेमेटिकल फॉर्मूला?
यदि किसी एक टी20 मैच में 7 ओवर का खेल हो चुका है और किसी टीम के 3 विकेट गिर चुके हैं तो इस स्थिति में वह अपने रिसोर्स का करीब 45 प्रतिशत ही खर्च किया है.ऐसे में बचे हुए बाकी के रिसोर्स वैल्यू पर नए लक्ष्य और ओवर को रिवाइज किया जाएगा.
टीम 2 का नया टारगेट = टीम 1 का स्कोर x (टीम 2 के रिसोर्स/ टीम 1 के रिसोर्स) इंटरनेशनल क्रिकेट में, रिसोर्स वैल्यू एक कम्प्यूटर प्रोग्राम के माध्यम से तय की जाती है जोकि सार्वजनिक नहीं है.
कौन है डकवर्थ और लुईस
साल 2001 में आईसीसी ने डकवर्थ लुईस नियम को आधिकारिक तौर पर स्वीकार किया. 2014 में इसे डकवर्थ लुइस स्टेर्न मैथड कहा गया. फ्रैंक कार्टर डकवर्थ का जन्म 26 दिसंबर 1939 में हुआ.इन्होंने सांख्यिकीविद ब्रिटिश रॉयल स्टैटिस्टकल सोसायटी जर्नल को एडिट किया.एंथनी जॉन लुईस का जन्म 25 फरवरी 1952 को बोल्टन में हुआ था. लुईस गणितज्ञ द बिजनेस स्कूल ऑक्सफोड ब्रुक्स यूनिवर्सिटी से बतौर सीनियर लेक्चरर रिटायर हुए.

करीब 15 साल से पत्रकारिता में सक्रिय. दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़ाई. खेलों में खासकर क्रिकेट, बैडमिंटन, बॉक्सिंग और कुश्ती में दिलचस्पी. IPL, कॉमनवेल्थ गेम्स और प्रो रेसलिंग लीग इवेंट्स कवर किए हैं. फरवरी 2022 से…और पढ़ें
करीब 15 साल से पत्रकारिता में सक्रिय. दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़ाई. खेलों में खासकर क्रिकेट, बैडमिंटन, बॉक्सिंग और कुश्ती में दिलचस्पी. IPL, कॉमनवेल्थ गेम्स और प्रो रेसलिंग लीग इवेंट्स कवर किए हैं. फरवरी 2022 से… और पढ़ें